SQL (Structured Query Language) डेटाबेस को मैनेज और मैनिपुलेट करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें विभिन्न प्रकार के कमांड्स होते हैं, जैसे डेटा को चुनना, डेटा डालना, अपडेट करना, और डिलीट करना। SQL के कमांड्स को चार प्रमुख श्रेणियों में बांटा गया है:
- DML (Data Manipulation Language) – डेटा को मैनिपुलेट करने के लिए
- DDL (Data Definition Language) – डेटा संरचना को परिभाषित करने के लिए
- DCL (Data Control Language) – डेटा पर एक्सेस और परमिशन को नियंत्रित करने के लिए
- TCL (Transaction Control Language) – ट्रांजैक्शन मैनेजमेंट के लिए
1. DML (Data Manipulation Language)
DML का उपयोग डेटाबेस में डेटा को मैनिपुलेट करने के लिए किया जाता है। मुख्य DML कमांड्स निम्नलिखित हैं:
a. SELECT
SELECT
कमांड का उपयोग डेटाबेस से डेटा को रिट्रीव करने के लिए किया जाता है। यह SQL का सबसे सामान्य कमांड है।
उदाहरण:
SELECT * FROM employees;
यह कमांड employees
टेबल से सभी रिकॉर्ड्स को चुनेगा।
अगर आपको सिर्फ कुछ खास कॉलम्स को चुनना है, तो आप इस तरह से कर सकते हैं:
SELECT first_name, last_name FROM employees;
b. INSERT
INSERT
कमांड का उपयोग डेटाबेस में नया डेटा डालने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
INSERT INTO employees (first_name, last_name, age) VALUES ('Amit', 'Sharma', 30);
यह कमांड employees
टेबल में नया रिकॉर्ड जोड़ेगा।
c. UPDATE
UPDATE
कमांड का उपयोग डेटाबेस में मौजूदा डेटा को अपडेट करने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
UPDATE employees SET age = 35
WHERE first_name = 'Amit';
यह कमांड Amit
नाम के कर्मचारी की उम्र को 35 में बदल देगा।
d. DELETE
DELETE
कमांड का उपयोग डेटाबेस से डेटा डिलीट करने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
DELETE FROM employees WHERE first_name = 'Amit';
यह कमांड Amit
नाम का रिकॉर्ड employees
टेबल से डिलीट करेगा।
2. DDL (Data Definition Language)
DDL कमांड्स का उपयोग डेटाबेस की संरचना को परिभाषित और संशोधित करने के लिए किया जाता है, जैसे टेबल, इंडेक्स, और कंस्ट्रेंट्स।
a. CREATE
CREATE
कमांड का उपयोग डेटाबेस, टेबल, या अन्य ऑब्जेक्ट्स को बनाने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
CREATE TABLE employees ( employee_id INT PRIMARY KEY,
first_name VARCHAR(50),
last_name VARCHAR(50),
age INT
);
यह कमांड employees
नाम की एक टेबल बनाएगा जिसमें चार कॉलम होंगे।
b. ALTER
ALTER
कमांड का उपयोग मौजूदा टेबल या अन्य ऑब्जेक्ट्स को संशोधित करने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
ALTER TABLE employees ADD COLUMN salary DECIMAL(10, 2);
यह कमांड employees
टेबल में एक नया कॉलम salary
जोड़ेगा।
c. DROP
DROP
कमांड का उपयोग डेटाबेस ऑब्जेक्ट्स को पूरी तरह से हटाने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
DROP TABLE employees;
यह कमांड employees
टेबल को पूरी तरह से हटा देगा।
d. TRUNCATE
TRUNCATE
कमांड का उपयोग टेबल से सभी डेटा को डिलीट करने के लिए किया जाता है, लेकिन टेबल की संरचना बनी रहती है।
उदाहरण:
TRUNCATE TABLE employees;
यह कमांड employees
टेबल के सभी डेटा को डिलीट कर देगा, लेकिन टेबल की संरचना को नहीं हटाएगा।
3. DCL (Data Control Language)
DCL कमांड्स का उपयोग डेटाबेस में यूज़र एक्सेस और परमिशन्स को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
a. GRANT
GRANT
कमांड का उपयोग किसी यूज़र को डेटाबेस ऑब्जेक्ट्स पर एक्सेस देने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
GRANT SELECT, INSERT ON employees TO user1;
यह कमांड user1
को employees
टेबल पर SELECT
और INSERT
एक्सेस प्रदान करेगा।
b. REVOKE
REVOKE
कमांड का उपयोग यूज़र से डेटाबेस ऑब्जेक्ट्स पर एक्सेस वापस लेने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
REVOKE SELECT ON employees FROM user1;
यह कमांड user1
से employees
टेबल पर SELECT
एक्सेस वापस ले लेगा।
4. TCL (Transaction Control Language)
TCL कमांड्स का उपयोग डेटाबेस ट्रांजैक्शन को मैनेज करने के लिए किया जाता है। ट्रांजैक्शन एक समूह होता है जिसमें कई SQL स्टेटमेंट्स होते हैं जिन्हें एक साथ एग्जीक्यूट किया जाता है।
a. COMMIT
COMMIT
कमांड का उपयोग ट्रांजैक्शन को स्थाई रूप से सेव करने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
COMMIT;
यह कमांड सभी पेंडिंग बदलावों को स्थाई रूप से सेव कर देगा।
b. ROLLBACK
ROLLBACK
कमांड का उपयोग ट्रांजैक्शन के दौरान किए गए सभी बदलावों को वापस लाने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
ROLLBACK;
यह कमांड सभी पेंडिंग बदलावों को कैंसल कर देगा।
c. SAVEPOINT
SAVEPOINT
कमांड का उपयोग ट्रांजैक्शन में एक इंटरमीडियेट पॉइंट बनाने के लिए किया जाता है, जहाँ से आप बाद में वापस जा सकते हैं।
उदाहरण:
SAVEPOINT savepoint1;
यह कमांड एक SAVEPOINT
नामक पॉइंट बनाएगा।
d. RELEASE SAVEPOINT
RELEASE SAVEPOINT
कमांड का उपयोग किसी विशेष SAVEPOINT को हटाने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
RELEASE SAVEPOINT savepoint1;
यह कमांड savepoint1
को हटा देगा।
e. SET TRANSACTION
SET TRANSACTION
कमांड का उपयोग ट्रांजैक्शन की प्रॉपर्टीज को सेट करने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
SET TRANSACTION READ ONLY;
यह कमांड ट्रांजैक्शन को READ ONLY
मोड में सेट कर देगा।SQL में अन्य महत्वपूर्ण बातें
वाइल्डकार्ड्स (Wildcards): SQL में कुछ विशेष कैरेक्टर्स का उपयोग सर्चिंग में किया जाता है, जैसे
%
और_
।%
एक या अधिक कैरेक्टर्स को दर्शाता है, जबकि_
सिर्फ एक कैरेक्टर को।उदाहरण:
SELECT * FROM employees WHERE first_name LIKE 'A%';
यह कमांड उन सभी कर्मचारियों के नाम दिखाएगा जिनका नाम 'A' से शुरू होता है।
जोइन (JOIN): SQL में
JOIN
का उपयोग कई टेबल्स के डेटा को एक साथ जोड़ने के लिए किया जाता है।उदाहरण:
SELECT employees.first_name, departments.department_nameFROM employees INNER JOIN departments ON employees.department_id = departments.department_id;
यह कमांड
employees
औरdepartments
टेबल्स को जोड़कर डेटा को प्रदर्शित करेगा।कंस्ट्रेंट्स (Constraints): SQL में कंस्ट्रेंट्स का उपयोग डेटा इंटीग्रिटी बनाए रखने के लिए किया जाता है। कुछ सामान्य कंस्ट्रेंट्स हैं
PRIMARY KEY
,FOREIGN KEY
,NOT NULL
, औरUNIQUE
।उदाहरण:
CREATE TABLE employees ( employee_id INT PRIMARY KEY, first_name VARCHAR(50) NOT NULL, email VARCHAR(100) UNIQUE );
यह कमांड employees
टेबल में employee_id
को प्राइमरी की बनाएगा, first_name
कॉलम को अनिवार्य बनाएगा, और email
कॉलम को यूनिक बनाएगा।
SQL कमांड्स का यह संक्षिप्त विवरण आपको डेटाबेस के साथ इफेक्टिव ढंग से काम करने में मदद करेगा। SQL एक पावरफुल टूल है जिसका उपयोग डेटा को मैनिपुलेट, मैनेज और सिक्योर करने के लिए किया जाता है।